शहर के नीलम सिनेमा घर मे लगी द केरल स्टोरी फ़िल्म को लेकर राष्ट्र स्वयंसेविका व दुर्गा वाहिनी के बैनर तले शहर में 5 दिन बहिनों व महिलाओं में निःशुक दिखाने का अभियान को लेकर शहर की लड़कियों व महिलाओं में बेहद उत्साह बना है ,रास्ट्रीयता व सनातन धर्म को सुरक्षित व राष्ट्रउधान का सदेश का सदेश देती फ़िल्म की कहानी ,जिसमे केरल की युवा हिंदू लड़कियों को अगवा कर ब्रेन वाश कर धर्मांतरण करने की घटनाओं को दर्शया गया है ,केरल की तीन युवा लड़कियों की कहानी पर आधारित फिल्म हिंदू लड़कियों का कथित धर्मांतरण और इस्लाम कटररता के इर्द गिर्द घूमती कहानी का संदेश समाज व देश मे फैले लव जेहाद व धर्मांतरण को लेकर लड़किया जागरूक हो स्वयं निडर बने पर परिवार में परिवर्तन की लहर लाए ,देश समाज परिवार में सभी को सदेश दे हम स्वयं देश समाज की रक्षा करने में सक्षम में ,किसी को कहने से ब्रेन वॉश करने की जंजाल में न आकर अपनी हिंदू महान नारी का परिचय दे ।
सभापति सुमित्रा जैन ने परिवार सहित फ़िल्म देखी
प्रथम दिन रविवार को सुबह व दोपहर के फ़िल्म पर्दशन के दौरान 850 बालिकाओं व महिलाओं ने उत्साह से देखने मे भाग लिया ,आगामी 4 दिन तक सेविका समिति व दुर्गा वाहिनी के बैनर तले शहर सहित आसपास के गांव कस्बो की लड़कियों व महिलाओं को निःशुक फ़िल्म दिखाई जाएगी ,जिन्होंने फ़िल्म की कहानी देखी उनका कहना कि पूर्व में दिखाया गया सब झूठ है फ़िल्म हमे संदेश देती है स्वयं व परिवार की रक्षा करे ,ना किसी की बातों में आकर परिवार समाज को छोड़े ,विश्व स्तर पर हम सत्य सनातन धर्म ही सर्वश्रेष्ट है , इसको लेकर निर्मल लुकर,जितेंद्र मेवाड़ा, नीतू बाहेती ,जसोदा लोहिया ,मुकेश गोयल,हितेंद्र चारण व्यबस्थाओ में रहे ।
सोनल गॉड स्वयं की जिम्मेदारी समझे ,आत्मरक्षा में स्वयं निडर बने ,धर्मांतरण व जेहादी घटनाओं को रोकने में स्वयं प्रयासरत रहे ।
मनीषा माली फ़िल्म देखकर ऐसा लगा हम हिदू नारी ही सर्वश्रेष्ठ है ,सशक्त व निडर बन परिवार व समाज धर्म की रक्षा की जिम्मा उठाए ।
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